What Does Shodashi Mean?
Wiki Article
The Mahavidyas are a profound expression in the divine feminine, Each individual symbolizing a cosmic perform as well as a route to spiritual enlightenment.
वास्तव में यह साधना जीवन की एक ऐसी अनोखी साधना है, जिसे व्यक्ति को निरन्तर, बार-बार सम्पन्न करना चाहिए और इसको सम्पन्न करने के लिए वैसे तो किसी विशेष मुहूर्त की आवश्यकता नहीं है फिर भी पांच दिवस इस साधना के लिए विशेष बताये गये हैं—
ध्यानाद्यैरष्टभिश्च प्रशमितकलुषा योगिनः पर्णभक्षाः ।
संहर्त्री सर्वभासां विलयनसमये स्वात्मनि स्वप्रकाशा
सा नित्यं मामकीने हृदयसरसिजे वासमङ्गीकरोतु ॥१४॥
तां वन्दे नादरूपां प्रणवपदमयीं प्राणिनां प्राणदात्रीम् ॥१०॥
सर्वसम्पत्करीं वन्दे देवीं त्रिपुरसुन्दरीम् ॥३॥
ब्रह्माण्डादिकटाहान्तं जगदद्यापि दृश्यते ॥६॥
भगवान् शिव ने कहा — ‘कार्तिकेय। तुमने एक अत्यन्त रहस्य का प्रश्न पूछा है और मैं प्रेम वश तुम्हें यह अवश्य ही बताऊंगा। जो सत् रज एवं तम, भूत-प्रेत, मनुष्य, प्राणी हैं, वे सब इस प्रकृति से उत्पन्न हुए हैं। वही पराशक्ति “महात्रिपुर सुन्दरी” है, वही सारे चराचर संसार को उत्पन्न करती है, पालती है और नाश करती है, वही शक्ति इच्छा ज्ञान, क्रिया शक्ति और ब्रह्मा, विष्णु, शिव रूप वाली है, वही त्रिशक्ति के रूप में सृष्टि, स्थिति और विनाशिनी है, ब्रह्मा रूप में वह इस चराचर जगत की सृष्टि करती click here है।
Sati was reborn as Parvati for the mountain king Himavat and his spouse. There was a rival of gods named Tarakasura who could possibly be slain only from the son Shiva and Parvati.
॥ अथ श्रीत्रिपुरसुन्दरी अपराध क्षमापण स्तोत्रं ॥
Shodashi’s impact promotes intuition, encouraging devotees entry their internal knowledge and develop have faith in in their instincts. Chanting her mantra strengthens intuitive talents, guiding persons towards selections aligned with their maximum fantastic.
Lalita Jayanti, a big Pageant in her honor, is celebrated on Magha Purnima with rituals and communal worship events like darshans and jagratas.
स्थेमानं प्रापयन्ती निजगुणविभवैः सर्वथा व्याप्य विश्वम् ।